About kismat ka upay
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बुध ग्रह वाणी, व्यापार, गणित, खेलकूद, क्रीड़ा, मनोरंजन, वाणी, निपुणता, बंधु (मित्र) इत्यादि का कारक होता है और बुध ग्रह को बेहद ही काम समय में अच्छा फल देने वाला कहा गया है
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बुध को मजबूत करने के लिए आप बुध का रत्न धारण कर सकते हैं। बुध का रत्न पन्ना है और अगर आप पन्ना धारण नहीं कर सकते हैं तो आप ओनेक्स पन्ना का उपरत्न धारण कर सकते हैं। हालांकि हम सलाह यही देंगे कि कोई भी रत्न किसी ज्योतिष से परामर्ष के बिना धारण न करें। व्यक्तिगत परामर्श के लिए विद्वान ज्योतिषियों से जुड़ने का शानदार विकल्प है एस्ट्रोसेज वार्ता।
यदि आप किसी भी देवी देवता की सच्चे मन से पूजा करते हैं तो निश्चित है कि देवी देवता आपकी हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। यदि आप मंदिर में जाकर किसी भी देवी देवता फूल चढ़ाते हैं तुम यह ध्यान देना जरूरी है कि जब आप फूल चढ़ाने जा रहे हैं तो स्नान करके ताजे फूल ही चलाएं जिससे आपके जीवन में हर परेशानी दूर हो जाएगी और आपकी किस्मत चमकेगी।
कुंडली में भाग्य- कुंडली में नवम भाग को ज्योतिष में भाग्य और लाल किताब में धर्मी भाव माना जाता है। नवम भाव का स्वामी गुरु होता है जिसे नवमेश या भाग्येश कहते हैं। मतलब यह कि आपकी कुंडली में नवम भाव और नवमेश शुभ नहीं है, तो उन पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है या सोए हुए हैं तो आपको जीवनभर संघर्ष ही करते रहना होगा।
गुरु यदि आठवें भाव में है तो लाल किताब के अनुसार इसे श्मशान में बैठा साधु कहा गया है। यदि दूसरे भाव में गुरु के सहयोगी ग्रह हैं, तो लाभ होगा। नहीं है तो सोना पहनने से जल्दी लाभ मिलता है। दूसरा यह कि रोज हनुमान चालीसा पढ़ेंगे, श्मशान में पीपल का पेड़ लगाएंगे और राहु का उपाय करेंगे तो भाग्य जाग जाएगा।
मंदिर की सही दिशा ईशान कोण यानि कि उत्तर-पूर्वी दिशा मानी जाती है.
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यदि आप शाम को घर आ रहे हैं तो खाली हाथ ना आए अर्थात कुछ न कुछ घर जरूर लगाएं। भले ही एक या दो बिस्किट लेकर आए पर कुछ न कुछ जरूर लाएं
सातवें भाव में गुरु है तो घर में मंदिर रखना या बनाना मतलब परिवार की बर्बादी समझे। कपड़ों का दान करना वर्जित। पराई स्त्री से संबंध click here न रखें। साधु और फकीरों से दूर रहें, उन्हें किसी भी प्रकार का दान न दें। सोए हुए सातवें घर के लिए शुक्र को जगाना होता है। शुक्र को जगाने के लिए आचरण की शुद्धि सबसे आवश्यक है।
अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो ! और आग पर रखा दूध या चाय उबलनी नहीं चाहिये ! वरना आमदनी से ज्यादा खर्च होने की सम्भावना रह्ती है !